
स्वयं सहायता समूह के गठन का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र एवं गरीबी से जूझ रही जनसंख्या को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। स्वयं सहायता समूह का गठन कैसे किया जाता है ? स्वयं सहायता समूह क्या है? स्वयं सहायता समूह से लोन लेने की पूरी जानकारी? स्वयं सहायता समूह pdf के द्वारा पूरी जानकारी आइए जानते हैं। click here for swayam sahayat samuh kya hai
स्वयं सहायता समूह pdf । swayam sahayata samuh pdf।
स्वयं सहायता समूह का गठन राष्ट्रीय आजीविका मिशन भारत सरकार द्वारा किया जाता है। जैसा किसके नाम से पता चल रहा है कि यह स्वयं द्वारा संगठित एक ऐसा संगठन है जिसके द्वारा एक समूह की आर्थिक जरूरतों को पूरा किया जाता है।आइए जानते हैं स्वयं सहायता समूह की पीडीएफ आप कहां से निकाल सकते हैं।राष्ट्रीय आजीविका मिशन ने स्वयं सहायता समूह pdf में पूरी जानकारी दी है। पीडीएफ डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें।
- सबसे पहले आपको अपने मोबाइल फोन में इंटरनेट ऑन करना होगा ।
- इसके बाद आप अपने मोबाइल फोन की किसी भी ब्राउज़र में जाकर टाइप करें स्वयं सहायता समूह PDF
- नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके आप स्वयं सहायता समूह की पीडीएफ डाउनलोड कर सकते हैं।
- Swayam sahayata samuh pdf dowenlode। स्वयं सहायता समूह पीडीएफ डाउनलोड यहां टच करें।
स्वयं सहायता समूह pdf download link
स्वयं सहायता समूह गठन से संबंधित समस्त जानकारी एवं लोन लेने की समस्त जानकारी आपको हमारे ब्लॉग पर मिल जाएगी। आपको हमारे ब्लॉग पर दाहिने साइड में सर्च बार दिख रहा होगा जहां पर जाकर आप स्वयं सहायता समूह से संबंधित कोई भी जानकारी सर्च कर सकते हैं।स्वयं सहायता समूह पीडीएफ डाउनलोडइस तरह आप स्वयं सहायता समूह से संबंधित समस्त जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। सैमसंग का समूह का गठन ग्रामीण क्षेत्र में किया जा सकता है। शहरी क्षेत्र में स्वयं सहायता समूह को दीनदयाल उपाध्याय योजना के नाम से जाना जाता है।
स्वयं सहायता समूह क्या है? What is self help group।
स्वयं सहायता समूह का गठन ग्रामीण क्षेत्र की 10 से 12 महिलाएं कर सकती हैं। स्वयं सहायता समूह में अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और सचिव तीन प्रमुख महिलाएं होती हैं और अन्य महिलाएं सदस्य के रूप में जोड़ी जाती हैं। इसके बाद अपने ब्लॉक स्तर पर जाकर अथवा ऑनलाइन कंप्यूटर या किसी सीएससी जन सेवा केंद्र पर स्वयं सहायता समूह का रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। इसके अंतर्गत ग्रामीण और शहरी क्षेत्र की महिलाएं स्वयं सहायता समूह बनाकर वित्तीय लेनदेन जैसे कार्यों को करती हैं। स्वयं सहायता समूह में महिलाएं साप्ताहिक बैठक के दौरान गृह कार्य से कुछ बचत करते हैं। और उस बचत को समूह के नाम से खोले गए खाते में जमा किया जाता है। इस पर भारत सरकार सामान्य बचत खाते के मुकाबले अधिक ब्याज देती है। इसके अलावा स्वयं सहायता समूह से किसी भी उद्यम को लगाने हेतु ऋण दिया जाता है। स्वयं सहायता समूह का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में शराब और शोषण से मुक्ति पाने के लिए है।स्वयं सहायता समूह को eglish में shg भी कहा जाता है। shg का पूरा नाम self help group होता है।